घाटा मेहंदीपुर बालाजी – जय हनुमान बालाजी देवा, प्रकट भए यहाँ तीनों देवा

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जय हनुमान बालाजी देवा, प्रकट भए यहाँ तीनों देवा – घाटा मेहंदीपुर बालाजी

घाटा मेहंदीपुर बालाजी

एक ऐसा स्थान जहाँ बालाजी महाराज ने प्रेतराज बलवान और कोतवाल कप्तान जैसे देवो के साथ मेहंदीपुर में अवतार लिया है।

घाटा मेहंदीपुर बालाजी

घाटा मेहंदीपुर बालाजी

यहाँ बालाजी महाराज अपने भक्तों का उद्धार करते हैं। बालाजी महाराज अपने बाल रूप के कारण विख्यात यहाँ हैं। यहाँ प्रतिदिन इनके दर्शन करने वालों का ताँता लगा रहता है।

घाटा मेहंदीपुर बालाजी राजस्थान

यहाँ आने वाले लोगों में ज्यादातर संकट के सताये लोग होते हैं। शाकनि, डाकनि, जिन्न, मसान, चुड़ैल और भूत – प्रेत बालाजी महाराज के नाम से ही डर कर भाग जाते हैं।

घाटा मेहंदीपुर बालाजी राजस्थान

यह एक ऐसा स्थान है जहाँ ढोंगी, स्वार्थी और अपराधी लोग यहाँ आने से घबराते हैं। बालाजी महाराज की कृपा से यहाँ चौकी बंधन जो कुछ भी हो सब कट जाता है। संकट कटने के बाद बालाजी महाराज के दूत प्राप्त होते हैं और आनंद मनाते हैं।

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घाटा मेहंदीपुर बालाजी राजस्थान

एक ऐसा स्थान जिनके द्वार पर शरण लेने वाला व्यक्ति सभी प्रकार का सुख पाता है और सच्चे दरबार की जय – जयकार लगाता है।

घाटा मेहंदीपुर बालाजी राजस्थान

बाला जी महाराज का स्थान जिनके मुख पर तेज है, अतुलित बल के स्वामी हैं और जिनके सम्मुख हमेशा सिया राम रहते हैं। सोने का मुकुट धारण करने वाले जिससे मणि का तेज प्रकाश निकलता रहता है। जिसे देखकर भक्त आशा के दीप जलाते हैं।

घाटा मेहंदीपुर बालाजी राजस्थान

ऐसा स्थान जहाँ महंत गणेशपुरी ने अपने तप से यहाँ की धरती को तपोभूमि बना दिया और उनके सेवक राम मय हो गए। अपनी भक्ति से जिन्होंने इस कलियुग मे बालाजी महाराज का ज्योति पूंज स्थापित किया।

घाटा मेहंदीपुर बालाजी राजस्थान

एक ऐसा स्थान जहाँ सोने के कलश की तरह एक ऊंची ध्वजा उन्नत आकाश में फहरायी जाती है। जहाँ धर्म और सत्य का डंका बजता है। और जहाँ सिया राम और श्री शंकर का राज चलता है।

घाटा मेहंदीपुर बालाजी राजस्थान

एक ऐसा स्थान जहाँ बालाजी महाराज का मुगदर घोटा घूमता है और भूतों एवं जिन्नों पर इनका सोटा पड़ता है। जिनके हृदय में सिया राम लक्ष्मण निवास करते हैं और सबका कल्याण करते हैं।

घाटा मेहंदीपुर बालाजी राजस्थान

एक ऐसा स्थान जहाँ बजरंग बली ने बाल रूप में अवतार लिया। जहाँ हनुमान जी की सदैव जय कार होती रहती है। जहाँ पुरी परिवार इनकी सेवा में निरंतर लगा रहता है।

एक ऐसा स्थान जहाँ लोग इन्हें लड्डू, चूरमा, और मिश्री मेवे का प्रसाद चढ़ाते हैं और इनके दरबार में अर्जी और दरख्वास्त लगाते हैं।

घाटा मेहंदीपुर बालाजी राजस्थान

एक ऐसा स्थान जहाँ बालाजी महाराज संकट मोचन के रूप में प्रकट हुए और हर तरह से अपने भक्तों पर दया करते हैं। जहाँ लाखों भक्त इनके द्वार पर आते हैं और जय बाबा की गाते हैं।

घाटा मेहंदीपुर बालाजी राजस्थान

एक ऐसा स्थान जहाँ के स्वामी ने अपने बालपन में सूर्य को लीन लिया था। जिसके डर से तीनों लोकों में अंधेरा छा गया था। देवताओं की बहुत विनती के बाद सूर्य भगवान् को मुख से बाहर आने दिया।

ऐसे स्थान के स्वामी जो कई लाख योजन समुद्र लांघ कर सीता माता का पता निकाल लाये और लक्ष्मण जी के हित के लिए पूरा संजीवनी पर्वत उखाड़ लाये।

घाटा मेहंदीपुर बालाजी राजस्थान

एक ऐसा स्थान जिसके स्वामी लक्ष्मण जी के प्राण बचा लाए। जो भोले शंकर के अवतारी हैं और माँ अंजनी के चाकर हैं। दुखों को हरने वाले केसरी नंदन और श्री राम के नाम मे सदा आनंदित रहते हैं।

ये सिया राम भगवान् के प्राणों से भी प्यारे हैं और इनके भक्त सदैव जय बाबा की बोलते हैं। ऐसा स्थान जहाँ भक्त संकट दुख की मुक्ति के लिए आराधना करते हैं और इनकी दया और कृपा की याचना करते हैं।

घाटा मेहंदीपुर बालाजी राजस्थान

एक ऐसा स्थान जहाँ बाल रूप में विराज कर सबके मनोरथ पूरे करते हैं और सबका कल्याण करते हैं।

ये आठों सिद्धि और नौ की नौ निधियों से संपूर्ण हैं जिनके दर पर भारी संख्या में लोग यहाँ यहाँ आते हैं। मेवे और मिष्ठान की भेंट यहाँ चढ़ाई जाती है।

सारी रिद्धि और सिद्धी इनके दरबार में नृत्य करती हैं। जब ये भक्तों की अर्जी पर आदेश कर देते हैं तो इनके सहायक श्री भैरव तुरंत भूत प्रेत को पकड़ लेते हैं।

घाटा मेहंदीपुर बालाजी राजस्थान

एक ऐसा स्थान जहाँ कोतवाल कप्तान सब पर कृपा करते हैं और प्रेतराज सरकार संकटों पर भारी पड़ते हैं।

एक ऐसा स्थान जहाँ जो लोग सेवकाई करते हैं उन सबके यहाँ चौकी बंधन सब कट जाते हैं। जो लोग यहाँ आते हैं उनके जन्म जन्म के पाप यहाँ कट जाते हैं।

एक ऐसा स्थान जहाँ का पावन जल लेकर लोग अपने घर ले जाते हैं और निर्मल होकर आनंद मनाते हैं। जहाँ क्रूर से क्रूर संकट पल भर में भाग जाता है और जहाँ सत्य धर्म का मार्ग दिखाया जाता हो।

ऐसा स्थान है मेरे बालाजी महाराज का।

जय हो मेरे घाटा मेहंदीपुर बालाजी राजस्थान की

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